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आई फ्लू 2

"मैं नहीं आ रही गार्डन, पिछले हफ्ते, तुम, मुझे उल्लू बना कर भालू की गुफा में आलू दिखाने ले गए थे और तुमने मेरा हाथ पकड़ कर उल्टी-उल्टी हरकतें की थी, चलना हो तो रेस्टोरेंट चलो, कुछ चटपटा, पिज्जा चार्ट खाएंगे"!  माया ने कहा

"अरे यार, गार्डन में चलो चुम्मा चार्ट खाएंगे"! धर्मेंद्र ने कहा

"यह चुम्मा चार्ट क्या होता है"? माया ने पूछा

"गार्डन आ जाओ, खिला देता हूं" धर्मेंद्र ने कहां

"मैं नहीं आ रही, मुझे नहीं खाना, चुम्मा चार्ट"! माया ने स्पष्ट कहा

"ठीक है, रेस्टोरेंट में मिलते हैं और सुनो, पैसे लेकर आना, खाली हाथ मत आ जाना"! धर्मेंद्र ने कहा

"तुम्हारे पास नहीं है, रोज नए कपड़े खरीद रहे हो, नई कार भी ले ली है और मैंने स्कूटी मांगी थी उसकी कोई फिक्र नहीं है, कंजूस कहीं के"! माया ने कहा

"फोन रखता हूं, मामा जी का फोन आ रहा है"!

और धर्मेंद्र फोन काट देता है फिर धर्मेंद्र अपने पास ही खड़े दोस्तों से कहता है -'सुनो, दोनों पागल डॉक्टरों, आज से तुम दोनों, बाथरूम के पास सोना, मुझसे बात मत करना, मेरी तरफ देखना भी मत, मुझसे दूर ही रहना और अपनी औकात में ही रहना"! धर्मेंद्र ने धमकी देते हुए कहा

"ठीक है, ठीक है"! दोनों ने एक साथ सिर झुकाते हुए कहा

"मैं सोने जा रहा हूं, शाम को याद से उठा देना, तुम्हारी डॉक्टरनी भाभी से मिलने जाना है"!

फिर धर्मेंद्र जाकर सो जाता है, धर्मेंद्र गहरी नींद में सोया है, तभी उसका फोन बचता है फोन की आवाज से धर्मेंद्र उठ जाता है और घड़ी को देखकर कहता है -"ओ थारी जीजी की, 5:00 बज गए, फिर वह फोन उठाता है!

"आधे घंटे से तुम्हारा, रेस्टोरेंट में इंतजार कर रही हूं, कहां हो"? माया ने गुस्से में पूछा

"अरे यार, रास्ते में हूं, अभी आया"!

फिर धर्मेंद्र फटाफट तैयार होकर अपनी कार से निकलता है तो उसे रास्ते में एक पानी पूरी का ठेला दिखाई देता है, धर्मेंद्र अपनी कार रोककर मन में विचार करता है "10, 20 की पानी पूरी खा लेता हूं, माया तो गले से गले तक ठुस लेगी और जबरन मुझे भी खिलाएगी फिर डबल बिल छपेगा, मेरे नाम पर"! 

फिर धर्मेंद्र अपनी कार से उतर कर, पानी पुरी वाले के पास जाता है और उसके सिर पर मारता है और कहता है -"चल पानीपुरी खिला"!

"में क्या तेरे बाप का नोकर हूं"! ठेले वाले ने कहा

धर्मेंद्र फिर मारता है ओर कहता है-" मुझे बदतमीजी बिल्कुल भी पसंद नहीं है, इज्जत से बात कर ओर पानी पूरी खिला"! 

"हां खिला रहा हूं, मार क्यों रहे हो"? "भैया मैंने आपको कहीं देखा है"!"हां याद आया, "धर्मेंद्र भैया"! "तुम वही हो ना, जो पागलो जैसी वीडियो बनाते हो, भैया तुम्हारी और मेरी सोच बहुत मिलती-जुलती है, तुम पागल हो जैसी वीडियो बनाते हो और मैं पागल जैसे काम करता हूं"! ठेले वाले ने पानीपुरी खिलाते हुए कहा

"धर्मेंद्र ने पानी पुरी मुंह में रखी और थूक दिया और फिर सिर पर फिर मारा और कहां -"अरे क्या सूखे आलू खिला रहा है, थोड़ा मिर्च मसाला डाल, पानीपुरी खाने का असली मजा सू,सा, सू,सा, करने में आता है, अरे खाते ही, आंखें आग की तरह लाल हो जानी चाहिए, तब मजा आता है, पानी पुरी खाने का"! धर्मेंद्र ने कहा

"भैया, आप अपनी आंखें लाल कराना चाहते हो तो ऐसा कहो ना, मैं अभी आपकी आंखें लाल कर देता हूं, मुझे तो ऐसे ही पागलो जैसे काम करने में मजा आता है"!

फिर वह पानी पुरी वाला, एक मुट्ठी लाल मिर्च का पाउडर उठाता है और धर्मेंद्र के मुंह पर फेंक देता है

आंखों पर मिर्च लगते ही धर्मेंद्र चीखता है-"आ,,,आ,,,आ,,,फिर वह बेचैन होकर इधर-उधर भागता है और कहता है -"मर गया, जान निकल गई, पानी दे, पानी"!

तो वह ठेलेवाला, पानीपुरी का तीखा पानी, गिलास भर कर दे देता है, जब धर्मेंद्र उस तिखे पानी को अपनी आंखों पर डालता है तो और तिलमिला जाता है -"अरे आज तो सच में मार दिया इसने, दुश्मन की औलाद, "राक्षस"! किस जन्म का बदला ले रहा है"?"आ,,,,आ"!

तभी एक दूसरा युवक धर्मेंद्र को एक लोठा पानी भर कर देता है फिर धर्मेंद्र अपनी आंखें धोता है तो उसे थोड़ी राहत मिलती है!

"अरे भैया, वह पानी पुरी वाला कहां भाग गया"? धर्मेंद्र है ने उस युवक से पूछा

"अरे भैया, पानी पुरी वाला तो मैं हूं, यह ठेला मेरा है, मैं तो हल्का होने गया था"! युवक ने बताया

"तो फिर तुम्हारे ठेले पर वह कौन था"? "जिसने, मेरे मुंह पर मिर्ची फेंकी"? धर्मेंद्र ने पूछा

"वह तो पागल है"! उस युवक ने कहा

"पर मैं पागल नहीं हूं, "साले"! "अपना ठेला पागल के  भरोसे करके जाता है, उसने मेरी जान निकाल दी थी, अभी थोड़ा जल्दी में हूं, आ कर देखता हूं, तुम दोनों को"! 

"भैया, मेरे पैसे तो दे, दो"! युवक ने कहा

"किस बात के पैसे "!धर्मेंद्र ने पलटकर पूछा

"अरे ,आपने अभी पानी पुरी खाई उसके पैसे"! युवक ने बताया

"ओह अच्छा, "चटाक"!" चपाट"! और चाहिए या हो गया"! धर्मेंद्र दो तमाचे मारकर पूछा

"बस, बस हो गया"! युवक ने कहा

फिर धर्मेंद्र रेस्टोरेंट पहुंचता है, जहां माया गुस्से में बैठी है धर्मेंद्र उसके सामने आकर बैठ जाता है और कहता है -"आज तो मरते मरते बच गया, एक कमीने, पानी पुरी वाले ने"! 

धर्मेंद्र की बात काटते हुए माया पूछती है -"धर्मेंद्र"! तुम्हें आई फ्लू हुआ है, और तुम लापरवाह की तरह, बिना चश्मे मैं घूम रहे हो, समाज के प्रति हमारा भी कुछ दायित्व होता है"! माया ने कहा

"अरे, मुझे आई फ्लू नहीं हुआ है"! धर्मेंद्र ने बताया

"तुम्हारी लाल-लाल आंखें चीख चीख कर कह रही है, तुम्हें आई फ्लू हुआ है और तुम मुझसे आंखों में आंखें डाल कर झूठ बोल रहे हो, इतना बड़ा झूठ बोलते हुए, तुम्हें शर्म नहीं आती"! माया ने पूछा

"अरे, मेरी बात तो सुनो"! धर्मेंद्र ने कहा

"मुझे, तुम्हारी कोई बात नहीं सुनना, मैं जा रही हूं, "बाय"! माया उठकर कहां

"अरे यार, उस पागल, पानीपुरी वाले ने मेरी आंखों में मिर्ची डाल दी, उससे आंखें लाल हो गई"! धर्मेंद्र ने कहा

"क्या"? "पानीपूरी वाले ने तुम्हारी, आंखों में मिर्ची डाल दी, अरे कोई ढंग ढांग का झूठ बोलते तो मैं मान भी लेती, पानीपूरी वाला क्यों, तुम्हारी आंखों में मिर्ची डालने लगा"? "तुमने जरूर उसकी बहन को छेड़ा होगा"! माया ने कहा

"अरे, तुम्हारी कसम, मैंने उसकी बहन को नहीं छेड़ा"! धर्मेंद्र ने बताया

"फिर तुमने, उसकी माँ या पत्नी को छेड़ा होगा, मुझे, खुद पर शर्म आ रही है कि मैं इतनी पढ़ी लिखी समझदार होने के बावजूद, तुम जैसे झूठे मक्कार के जाल में फंस गई"! माया ने कहा

"हां, मैंने उसकी मां, बहन, बेटी, पत्नी सबको छेड़ा"!

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